by pyarishayri - Facebook Status, Sad Bewafa Shayri In Hindi, Shayri-E-Ishq, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - December 4, 2016 मसर्रतों के खजाने मसर्रतों के खजाने तो कम निकलते है… किसी भी सीने को खोलो तो ग़म निकलते है…