मज़हब, दौलत, ज़ात, घराना, सरहद, ग़ैरत,
खुद्दारी,
एक मुहब्बत की चादर को, कितने चूहे कुतर
गए…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मज़हब, दौलत, ज़ात, घराना, सरहद, ग़ैरत,
खुद्दारी,
एक मुहब्बत की चादर को, कितने चूहे कुतर
गए…