हज़ार तरीक़े सोचता रहा

तुझे भुलाने के

हज़ार तरीक़े सोचता रहा रात भर,
और इस तरह तेरी याद में एक रात

और गुज़र गयी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *