by pyarishayri - Facebook Status, Sad Shayri, Shayari, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, गरीबी शायरी, गरूर शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - December 29, 2016 फासलें इस कदर हैं फासलें इस कदर हैं आजकल रिश्तों में… जैसे कोई घर खरीदा हो किश्तों में…