सोचा था तुझपे प्यार लुटाकर तेरे दिल में घर बनायेंगे…हमे क्या पता था दिल देकर भी हम बेघर रह जाएँगे.…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सोचा था तुझपे प्यार लुटाकर तेरे दिल में घर बनायेंगे…हमे क्या पता था दिल देकर भी हम बेघर रह जाएँगे.…