by pyarishayri - Heart Touching Shayri, Hindi Shayri, Urdu Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी - July 3, 2017 सहम उठते हैं सहम उठते हैं कच्चे मकान, पानी के खौफ़ से, महलों की आरज़ू ये है की, बरसात तेज हो…