by pyarishayri - Quotes, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - June 26, 2016 दिन के उजाले शायद दिन के उजाले से सहम जाती है… तभी रात, शाम के पीछे-पीछे आती है