छू के उनकी दीवार को , जब निकलती है सबा …..
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घर से उनकी आवाज़ के , छींटें बिखर जातें हैं ……❗❗
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
छू के उनकी दीवार को , जब निकलती है सबा …..
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घर से उनकी आवाज़ के , छींटें बिखर जातें हैं ……❗❗