तू पंख ले ले और मुझे सिर्फ हौंसला दे दे,
फिर आँधियों को मेरा नाम और पता दे दे !!
Tag: Urdu Shayri
हम निगाहों में थे
उसके तेवर समझना भी
आसां नहीं बात औरों की थी,
हम निगाहों में थे
तेरे शहर में
तेरे शहर में आने को हर कोई तरसता है
लेकिन वो क्या जाने
वहां कोई नही पहुँचता है
जो पहुँचता है
वो तुझसा ही होकर
कोई खुद सा वहां कब पहुँचता है
ये तो कुछ शब्दों का भ्रम जाल है इन मंदिर में रखी किताबो का
जो हर कोई तुझसे मिलने को तरसता है
खुल जाए अगर भ्रम काबा-ए-काशी
तो कौन फिर जान कर सूली पे चढ़ता है
वो जो शराब है तेरी
जिसे कहते मोहब्बत
पीने के बाद ही पतंगा
शमा पे मरता है
यूँ ही कोई क़ैस कहा लैला पे मरता है
जान कर
कोई कहाँ
सूली पे चढ़ता है ….
वक़्त बड़ा धारदार होता है
वक़्त बड़ा धारदार होता है,
कट तो जाता है मगर काटने के बाद।
दुआएं रद्द नही होती
दुआएं रद्द नही होती
बस बेहतरीन वक्त पे कबूल होती है…..
लालच दोनो का था
लालच दोनो का था…एक-दुसरे से..
उसने वक्त बिताना चाहा और मैंने जिन्दगी..
न रहनुमाओं की
न रहनुमाओं की मज्लिस में ले चलो मुझको
मैं बे-अदब हूँ हँसी आ गई तो क्या होगा ?
समझ लेता हूँ
समझ लेता हूँ मीठे लफ्जों की कडवाहटें..
हो गया है अब जिंदगी का तजुर्बा थोडा बहुत..
तुम रुक ही जाओ
सुनो…तुम रुक ही जाओ ना मेरे पास, हमेशा के लिए;
यूँ रोज़ आने-जाने में साहब, वक़्त बहुत लगता है !!
ये कहकर वापस कर दिया
दिल मेरा उसने ये कहकर वापस कर दिया…
दुसरा दिजीए… ये तो टुटा हुआ है….!!