निशानी क्या बताऊ तुझे अपने घर की,, . जहाँ दीवारे उदास लगे वहीँ चले आना..”
Tag: दर्द शायरी
ये तो बड़ा मुझ पर अत्याचार
ये तो बड़ा मुझ पर अत्याचार हो गया .खामख्वाह मुझे तुझसे प्यार हो गया |.
मुझे अपने किरदार
मुझे अपने किरदार पे इतना तो यकीन है की, कोई मुझे छोड़ सकता है लेकिन भूल नही सकता…!!
मेरे लिए एहसास मायने रखता है
मेरे लिए एहसास मायने रखता है रिश्ते का नाम,चलो……तुम रख लो
तुझे चाहते हुए बहुत दूर
तुझे चाहते हुए बहुत दूर आ गये हमअब तेरी बारी है बता दे मेरी मंजिल कहां है..
आईने के सामने खड़े होकर खुद से
आईने के सामने खड़े होकर खुद से माफ़ी माँग ली मैंने; सबसे ज्यादा खुद का दिल दुखाया है औरों को खुश करने में।
उदास लम्हों की न कोई याद रखना
उदास लम्हों की न कोई याद रखना; तूफ़ान में भी वजूद अपना संभाल रखना; किसी की ज़िंदगी की ख़ुशी हो तुम; बस यही सोच तुम अपना ख्याल रखना।
दिल से नाजुक नही..
दिल से नाजुक नही.. दुनिया मेँ कोई चीज साहब लफ्ज का वार भी … खंजर कि तरह चुभता है।
वो सजदा ही क्या
वो सजदा ही क्या… जिसमे होश रहे सर उठाने का…
रंगो से डर नहीं लगता दोस्तों
रंगो से डर नहीं लगता दोस्तों…. रंग बदलने वाले दोस्तो से लगता है…