by pyarishayri - Mosam Shayri, Quotes, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 30, 2017 सारे घर के उजाले का सारे घर के उजाले का जिम्मा था मुझ पर, जब बुझने लगा चिराग तो जलना पड़ा मुझे|