हम उन्हे रूलाते हैं, जो
हमारी परवाह करते हैं…(माता पिता)
हम उनके लिए रोते हैं, जो
हमारी परवाह नहीं करते…(औलाद )
और, हम उनकी परवाह करते
हैं, जो हमारे लिए कभी नहीं रोयेगें !…(समाज)
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हम उन्हे रूलाते हैं, जो
हमारी परवाह करते हैं…(माता पिता)
हम उनके लिए रोते हैं, जो
हमारी परवाह नहीं करते…(औलाद )
और, हम उनकी परवाह करते
हैं, जो हमारे लिए कभी नहीं रोयेगें !…(समाज)