by pyarishayri - Love Shayri, Mosam Shayri, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - June 11, 2017 उम्मीदों के ताले उम्मीदों के ताले पड़े के पड़े रह गए, तिज़ोरी उम्र की, ना जाने कब ख़ाली हो गई !!