अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ

अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई …….

और बिखर जाऊँ तो मुझको न समेटे कोई …!!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *