by pyarishayri - Love Shayri, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 29, 2017 अंजान अगर हो तो अंजान अगर हो तो गुज़र क्यों नहीं जाते… पहचान रहे हो तो ठहर क्यों नहीं जाते