हम जमाने की नज़र में थे यकीनन, तेरी नज़र से पेश्तर,
तेरी नज़र में जो आये, हो गए सुर्खरू पहले से भी बेहतर।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हम जमाने की नज़र में थे यकीनन, तेरी नज़र से पेश्तर,
तेरी नज़र में जो आये, हो गए सुर्खरू पहले से भी बेहतर।