by pyarishayri - Facebook Status, Love Shayri, Mosam Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी - November 29, 2016 सहम उठते हैं सहम उठते हैं कच्चे मकान, पानी के खौफ़ से… महलों की आरज़ू ये है की, बरसात तेज हो….