by pyarishayri - Love Shayri, Mosam Shayri, Quotes, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 17, 2017 लौटा जो सज़ा काट के लौटा जो सज़ा काट के, वो बिना ज़ुर्म की साहब घर आ के उसने, सारे परिंदे रिहा कर दिए….