by pyarishayri - Love Shayri, Mosam Shayri, Quotes, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - February 11, 2017 नींद तो अब भी नींद तो अब भी बहुत आती है मगर… . समझा बुझा के मुझे उठा देती हैं ज़िम्मेदारियां…!