by pyarishayri - Best Whatsapp Status, Hindi Shayri, Love Shayri, Mosam Shayri, Urdu Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - November 23, 2016 काश नासमझी में ही काश नासमझी में ही बीत जाए.! ये ज़िन्दगी… समझदारी ने तो बहुत कुछ छीन लिया..!!