by pyarishayri - Love Shayri, Mosam Shayri, Quotes, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, प्यार शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - May 9, 2017 ये सोचना ग़लत है ये सोचना ग़लत है कि तुम पर नज़र नहीं, मसरूफ़ हम बहुत हैं मगर बे-ख़बर नहीं।