by pyarishayri - Love Shayri, Mosam Shayri, बेवफा शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 11, 2017 मेरे वजूद को मेरे वजूद को दामन से झाड़ने वाले नासमझ, जो तेरी आखिरी मंजिल है वो ही मिट्टी हूँ मैं…