by pyarishayri - Love Shayri, Mosam Shayri, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 25, 2017 भीड़ यूँ ही भीड़ यूँ ही नहीँ होती जनाज़े में साहेब. हर शख्श अच्छा होता है चले जाने के बाद.