by pyarishayri - Love Shayri, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, प्यार शायरी, बेवफा शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी - May 29, 2017 आ थक के कभी आ थक के कभी और, पास मेरे बैठ तू हमदम . . . तू खुद को मुसाफ़िर, मुझे दीवार समझ ले ।