by pyarishayri - Shayari, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - August 7, 2016 इश्क की गहराइयों में इश्क की गहराइयों में खूबसुरत क्या है, मैं हूँ…तुम हो…कुछ और की जरुरत क्या है…?