जिस्म उसका भी मिट्टी का है मेरी तरह….!
‘ए खुदा’
फिर क्यू सिर्फ मेरा ही दिल तडफता है उस के लिये…!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
जिस्म उसका भी मिट्टी का है मेरी तरह….!
‘ए खुदा’
फिर क्यू सिर्फ मेरा ही दिल तडफता है उस के लिये…!