by pyarishayri - Hindi Shayri, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 4, 2016 सुना है ज़िन्दगी सुना है ज़िन्दगी इम्तिहाँ लेती है “यार” मगर यहाँ तो इम्तिहानों ने ज़िन्दगी ले ली !