by pyarishayri - Facebook Status, Shayari, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - June 21, 2016 हाथों से मुकद्दर हाथों से मुकद्दर तो संवर सकती है, लेकिन हाथों की लकीर में मुकद्दर नहीं होता है।