by pyarishayri - Shayari, Urdu Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - June 14, 2016 नहीं मुमकिन छिपा पाना नहीं मुमकिन छिपा पाना खुदी को आईने में कभी आँखें, कभी साँसें, हकीकत बोलती हैं…….