by pyarishayri - Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - June 14, 2016 बिन सलाखों के क़ैदखाने हैं, बिन सलाखों के, कुछ यूँ चर्चे हैं, उनकी आँखों के…