by pyarishayri - Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दोस्ती शायरी, नफ़रत शायरी, पारिवारिक शायरी, प्यार शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी - January 2, 2016 देखा जो तीर देखा जो तीर खा के, दुश्मनों की तरफ़.. अपने ही दोस्तों से मुलाकात हो गई..