by pyarishayri - Quotes, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - May 24, 2017 बिछड़कर फिर मिलेंगे बिछड़कर फिर मिलेंगे यकीन कितना था… बेशक ख्वाब ही था मगर.. हसीन कितना था…