by pyarishayri - Best Whatsapp Status, Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, बेवफा शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - May 7, 2017 वक़्त ही कुछ वक़्त ही कुछ ऐसा आ ठहरा है अब… यादें ही नहीं होतीं याद करने के लिए…