एक पुरानी तस्वीर जिसमे तुमने बिंदी लगाई है,
मै अक्सर उसे रात में चाँद समझ के देख लेता हूँ|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
एक पुरानी तस्वीर जिसमे तुमने बिंदी लगाई है,
मै अक्सर उसे रात में चाँद समझ के देख लेता हूँ|