by pyarishayri - Sad Shayri, Shayari, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 28, 2017 रात के बाद रात के बाद सहर होगी मगर किस के लिए हम ही शायद न रहें रात के ढलते ढलते|