by pyarishayri - बेवफा शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 24, 2017 बेखुदी बे सवब नहीं बेखुदी बे सवब नहीं गालिब, कुछ तो है जिसकी पर्दादारी है।।