by pyarishayri - वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - December 27, 2015 मुस्कुराहटें झूठी भी मुस्कुराहटें झूठी भी हुआ करती हैं, यारों, इंसान को देखना नहीं बस समझना सीखो…