by pyarishayri - वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 8, 2017 खुला रखा था खुला रखा था हर एक के लिये दिल का दरवाज़ा… कुछ लौगौ ने इसे बाज़ार बना दिया….