by pyarishayri - Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - December 20, 2016 यूँ ही रंजिशों में यूँ ही रंजिशों में गुजर गयी.. कभी मैं ख़फ़ा कभी वो खफ़ा..।।