by pyarishayri - Facebook Status, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - December 18, 2016 शमा ने इस वहम मे शमा ने इस वहम मे जान ली परवाने की, कि सुबह कहीं आम न हो जाए, बात रात की|