by pyarishayri - Quotes, Shayari, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - December 18, 2016 मैं चिरागों की मैं चिरागों की भला कैसे हिफाज़त करता वक़्त सूरज को भी, हर रोज़ बुझा देता है|