by pyarishayri - Facebook Status, Hindi Shayri, Shayari, Zindagi Shayri, गज़ल, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - December 2, 2016 कुछ न कहने से भी कुछ न कहने से भी छिन जाता है एजाज़-ए-सुख़न, ज़ुल्म सहने से भी ज़ालिम की मदद होती है…