by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 11, 2016 मैने हर दौर मे मैने हर दौर मे हर नसल के कातिल देखे! मै मुहबत हूँ, मेरी उमर बढी है यारो!