अभी-अभी एक टूटा तारा
देखा बिलकुल मेरे जैसा था,
चाँद को कोई फर्क नहीं पड़ा
बिलकुल तेरे जैसा था !
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
अभी-अभी एक टूटा तारा
देखा बिलकुल मेरे जैसा था,
चाँद को कोई फर्क नहीं पड़ा
बिलकुल तेरे जैसा था !