by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, मौसम शायरी, याद, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - September 9, 2016 शौक से तोड़ो दिल मेरा शौक से तोड़ो दिल मेरा मैं क्यों परवाह करूँ…. आप ही रहते हो इसमें अपना ही घर उजाड़ोगे…