by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Love Shayri, Shayari, Shayri, बेवफा शायरी, मौसम शायरी, याद, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - September 3, 2016 इतने जख्म थे दिल पे इतने जख्म थे दिल पे मेरे कि हकीम भी बोल पडा..ईलाज से बेहतर है कि तू मर ही जा ..!!