by pyarishayri - WhatsApp Status, Zindagi Shayri, गुस्ताखियां शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 5, 2017 भुला सकता हूँ भुला सकता हूँ तुझें, भुला दूँगा तुझे और इससे ज्यादा, मैं क्या झूठ बोलूँ तुझे|