by pyarishayri - Quotes, Shayari, Shayariव्यंग्य शायरी, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - June 16, 2017 अब जी के बहलने की अब जी के बहलने की है एक यही सूरत बीती हुई कुछ बातें हम याद करें फिर से