सुबह सुबह चूम लिया नींद भरी आँखों को,
तू ये बता, “अब सुला रहा हैं की जगा रहा हैं..??”
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सुबह सुबह चूम लिया नींद भरी आँखों को,
तू ये बता, “अब सुला रहा हैं की जगा रहा हैं..??”