हम तो मशहुर थे

हम तो मशहुर थे अपनी तनहाइयों के लिए ,
मुद्तों बाद किसी ने पुकारा है,
एक पल तो हम रुक कर सोचने लगे,
कया यही नाम हमारा है ?

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